Bilaspur-Ambikapur की साढ़े पांच घंटे की यात्रा अब सिर्फ 55 मिनट में: Bilaspur airport से इस दिन से प्रारंभ हो रही फ्लाइट
Bilaspur : बिलासपुर से अंबिकापुर या फिर अंबिकापुर से बिलासपुर जाने और आने के लिए सड़क मार्ग ही एकमात्र विकल्प है। साढ़े पांच घंटे का सफर के बाद गंतव्य तक पहुंच पाएंगे। साढ़े पांच घंटे की दूरी अब सिर्फ 55 मिनट की हो जाएगी। बिलासपुर से अंबिकापुर के बीच 19 दिसंबर से विमान सेवा प्रारंभ हो रही है। विमान सेवा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार ने फ्लाइ बिग विमानन कंपनी को सौंप दिया है।
केंद्र सरकार ने उड़ान योजना के तहत बिलासपुर से अंबिकापुर के बीच विमान सेवा के लिए निजी विमानन कंपनी फ्लाई बिग को जिम्मेदारी दी है। शुरुआत में विमानन कंपनी द्वारा 19 सीटर विमान चलाया जाएगा। एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया ने बिलासपुर से अंबिकापुर व अंबिकापुर से बिलासपुर विमान सेवा के लिए शेड्यूल जारी कर दिया है। यत शेड्यूल के अनुसार सप्ताह में तीन दिन फ्लाइट चलेगी। गुरुवार,शुक्रवार और शनिवार को फ्लाइट उपलब्ध रहेगी। तय शेड्यूल के अनुसार अंबिकापुर के मां महामाया एयरपोर्ट से दोपहर 12.50 बजे फ्लाइट टेकआफ होगी। बिलासपुर एयरपोर्ट में 13.45 बजे लैंड करेगी। 25 मिनट के विश्राम के बाद बिलासपुर एयरपोर्ट से 14.10बजे से अंबिकापुर मां महामाया एयरपोर्ट के लिए टेकऑफ होगी और महामाया एयरपोर्ट में फ्लाइट 15.05 बजे लैंड करेगी। बिलासपुर से अंबिकापुर की यह हवाई सफर 55 मिनट में पूरी हो जाएगी।
कितना होगा किराया, तय नहीं
निजी विमानन कंपनी ने बिलासपुर से अंबिकापुर और अंबिकापुर से बिलासपुर का किराया कितना होगा,फिलहाल तय नहीं कर पाई है। एक दो दिन में तय कर लेने की बात कही जा रही है। बिलासपुर से अंबिकापुर के बीच विमान सेवा प्रारंभ होने के बाद माना जा रहा है कि उत्तरप्रदेश, झारखंड व बिहार जाने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी। अंबिकापुर से सड़क मार्ग उनके लिए बड़ा विकल्प रहेगा।
बिलासपुर एयरपोर्ट अपग्रेडेशन की तैयारी
बिलासपुर एयरपोर्ट के उन्नयन के साथ ही नाइट लैंडिंग सुविधा के तहत डीवीओआर उपकरण लगाने के लिए भवन निर्माण किया जाना है। इसके अलावा रनवे की लंबाई और चड़ाई बढ़ाई जाएगी। बाउंड्रीवाल का काम भी अभी अधूरा है। इन सबके लिए 20 करोड़ रुपये की जरुरत पड़ेगी। इसमें एयरपोर्ट में एप्रन का निर्माण किया जाना है। वर्तमान में जो एप्रन है उसमें दो विमान की पार्किंग की व्यवस्था है। एक और एप्रन प्रस्तावित है। यह बन जाने से एयरपोर्ट में चार विमानों की पार्किंग हो सकेगी। पुरानी एप्रन को अपग्रेड करने की भी योजना है। बिलासपुर एयरपोर्ट रनवे की कारपेंटिंग का काम किया जाना है। रनवे में नए सिरे से डामर की परत बिछाई जाएगी। 1500 मीटर रनवे की रि-कारपेंटिंग की जाएगी।
Bilaspur-Ambikapur की साढ़े पांच घंटे की यात्रा अब सिर्फ 55 मिनट में: Bilaspur airport से इस दिन से प्रारंभ हो रही फ्लाइट
सेना के कब्जे वाली जमीन का अधिग्रहण पहले जरुरी
एयरपोर्ट के अपग्रेडेशन के लिए सबसे पहले सेना के कब्जे वाली 1172 एकड़ में से 287 एकड़ जमीन राज्य सरकार को चाहिए। इससे रनवे की लंबाई और चौड़ाई बढ़ाने के अलावा डीवीओरआर उपकरण के लिए आवश्यक भवन का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए सबसे पहले जमीन की आवश्यकता है।